तीर्थंकर श्री रिषभ देव महावीर प्रभू को करूँ नमन।
उनके पथ पर चलने वाले , श्री गुरुओं को भी वंदन॥
ब्राम्ही से चंदन बाला तक ,गणिनी माताओं को नमन।
उनकी प्रतिकृति ज्ञानमती जी, स्वीकारो मेरा वंदन॥
आर्यिका चंदनामती
जम्बूद्वीप- हस्तिनापुर
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