जैसे जड़ के बिना वृक्ष नही टिक सकता है पृथ्वी पर।
नही नींव के बिना बना सकता कोई मंजिल सुंदर॥
वैसे ही बिन धर्म के यह नर मानव नही बन सकता है।
यदि धारण कर ले तो नर क्या नारायण बन सकता है॥
आर्यिका चंद्नामती
जम्बूद्वीप- हस्तिनापुर
Friday, December 18, 2009
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